Saturday, March 22, 2025

चैत्र नवरात्रि 2025 तिथि, महूर्त


चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत शनिवार 29 मार्च को शाम 04 बजकर 27 मिनट पर शुरू होगी। 

वहीं, 30 मार्च को प्रतिपदा तिथि दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर समाप्त होगी।


 सनातन धर्म में उदया तिथि मान्य है। इसके लिए 30 मार्च को घटस्थापना की जाएगी। इसके साथ ही चैत्र नवरात्र की शुरुआत होगी।


चैत्र नवरात्रि में कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त


उदया तिथि के अनुसार, चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 30 मार्च को है यानी कि घट स्‍थापना इसी दिन होगी। 


कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 30 मार्च को सुबह 6 बजकर 13 मिनट से 10 बजकर 22 मिनट तक है। 

इसके अलावा, दोपहर 12 बजकर 1 मिनट से 12 बजकर 50 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त भी है। इन दोनों मुहूर्तों में कलश स्थापना करना मनोवांछित फल प्रदान करने वाला माना जाता है और आपको मां भगवती का आशीर्वाद प्राप्‍त होगा।


चैत्र नवरात्रि 2025 की तिथियां


पहला चैत्र नवरात्रि – मां शैलपुत्री- 30 मार्च 2025, दिन रविवार


दूसरा, तीसरा चैत्र नवरात्रि – मां ब्रह्मचारिणी व मां चंद्रघंटा – 31 मार्च 2025, दिन सोमवार

चौथा चैत्र नवरात्रि – मां कूष्मांडा- 1 अप्रैल 2025, दिन मंगलवार

पांचवां चैत्र नवरात्रि – माँ स्कंदमाता – 02 अप्रैल 2025, दिन बुधवार

छठा चैत्र नवरात्रि – मां कात्यायनी – 3 अप्रैल 2025, दिन गुरुवार

सातवां चैत्र नवरात्रि – मां कालरात्रि – 4 अप्रैल 2025, दिन शुक्रवार

आठवां चैत्र नवरात्रि – मां महागौरी – 5 अप्रैल 2025, दिन शनिवार

 नवमी चैत्र नवरात्रि – मां सिद्धिदात्री – 6 अप्रैल 2025, दिन रविवार

Tuesday, February 18, 2025

महाशिवरात्रि 2025 प्रहर पूजन समय सारिणी

                


महाशिवरात्रि 2025 पूजा प्रहर समय


चतुर्दशी तिथि प्रारंभ 26 फरवरी 2025 सुबह 11:08 मिनट से 27 फरवरी 2025 की सुबह 8:54 मिनट पर समाप्त


रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय -

 शाम 06 बजकर 19 मिनट से रात 09 बजकर 26 मिनट तक ( 26 फरवरी )


रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय -

 रात 09 बजकर 26 मिनट से 27 फरवरी को रात 12 बजकर 34 मिनट तक


रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय -

 रात 12 बजकर 34 मिनट से प्रातः 03 बजकर 41 मिनट तक


रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय -

 प्रात: 03 बजकर 3म41 मिनट से प्रात: 06 बजकर 48 मिनट तक

 

निशित काल मुहूर्त ( साधकों हेतु )-

 रात में 12 बजकर 09 मिनट से 12 बजकर 59 मिनट तक (27 फरवरी )


व्रत पारण समय - 

सुबह 06 बजकर 48 मिनट से सुबह 08 बजकर 54 मिनट तक ( 27 फरवरी )


 4 प्रहर की पूजा विधि


शिवरात्रि पर की गई शिव आराधना समस्त संकटों का नाश करती है. महाशिवरात्रि पर चार प्रहर में शिवलिंग पर दूध, दही, घी, शक्कर, इतर, गंगाजल, शहद और बेलपत्र से अभिषेक का विशेष महत्व है.



प्रथम प्रहर में भगवान शिव के ईशान स्वरूप का दूध से अभिषेक करें.


द्वितीय प्रहर में भोलेनाथ के अघोर स्वरूप का दही से अभिषेक करें.


तृतीय प्रहर में शिव के वामदेव रूप का घी से अभिषेक करें.


चौथे प्रहर में महादेव के सद्योजात स्वरूप का शहद से अभिषेक करें.


 चार प्रहर की पूजा का मंत्र


प्रथम प्रहर में- 'ह्रीं ईशानाय नमः'


दूसरे प्रहर में- 'ह्रीं अघोराय नम:'


तीसरे प्रहर में- 'ह्रीं वामदेवाय नमः'


चौथे प्रहर में- 'ह्रीं सद्योजाताय नमः



भैरव वीरेन्द्र रुद्रनाथ अघोरी

8923400693


Thursday, October 31, 2024

दीपावली 2024 पूजन महूर्त व तिथि

 

 

दीपावली तिथि ओर पूजन समय

( स्थान और काल के मान अनुसार समय मे 5 मिनट का बदला हो सकता हैं )


 *धनतेरस: 29 अक्टूबर 2024* 


 *छोटी दिवाली/ नरक चतुर्दशी: 30 अक्टूबर 2024* 


 *दीवाली महापर्व : 31 अक्टूबर 2024* 




 *त्रियोदशी ( धनतेरस ) 2024 तिथि* 29 अक्टूबर 2024 सुबह 10:31 से 30 अक्टूबर 2024 दोपहर 1:15 मिनट तक 


 *धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त* 

29 अक्टूबर को गोधूलि काल शाम 6 बजकर 31 मिनट से शुरू होकर रात 8 बजकर 31 मिनट तक रहेगा।


 *चतुर्दशी तिथि (नरक चतुर्दशी, छोटी दीवाली )* 

30 अक्टूबर 2024 दोपहर 1:15 से 31 अक्टूबर 2024 दोपहर 03:52 मिनट तक


चूंकि, यह त्योहार संध्या बेला में मनाया जाता है इसलिए यम का दीपर 30 अक्टूबर को ही जलाना शुभ रहेगा. नरक चतुर्दशी को सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में यम का दीपक जलाना चाहिए


 *अमावस्या तिथि ( लक्ष्मी पूजन, बड़ी दीवाली )* 

दिवाली और लक्ष्मी पूजा तिथि- 31 अक्टूबर 2024 दोपहर 03:12 से 01 नवंबर 2024 शाम 05:14 तक 


1 नवंबर को निशिता महूर्त प्राप्त नही होगा इसलिए दीपावली 31 अक्टूबर को ही मनाना शुभ है।



 *लक्ष्मी पूजा (प्रदोष काल समय) -* 31 अक्टूबर की शाम 5:36 से रात 8:11 मिनट तक रहेगा


 *वृषभ काल -* 31 अक्टूबर 2024 शाम 06:25 से रात 08:20 मिनट तक


 *महानिशितकाल समय ( साधकों हेतु सर्वश्रेष्ठ )-* 31 अक्टूबर 2024 को रात 11:39 से अर्धरात्रि 12:31 मिनट तक


 *सिंह लग्न -* मध्यरात्रि 12:56 - 03:10 (1 नवंबर 2024)


 *लक्ष्मी पूजन चौघड़िया बिशेष* 


31 अक्टूबर 2024


शुभ व अमृत शाम 04:12 से 07:12 तक

चर चौघड़िया रात 07:12 से 08:48 तक


 *भैरव वीरेन्द्र रुद्रनाथ अघोरी*

 *वैदिक तंत्र साधना संस्थान®*

 *8923400693*