Friday, September 01, 2023

सर्प संजीवनी बूटी/ Sarp Sanjivni Buti

 

 

सर्प संजीवनी बूटी


यह बूटी भारत के छत्तीसगढ़ और झारखंड राज्य के जंगलों में पाई जाती है 

जो की एक वृक्ष की जड़ होती है यह भूमि में अंदर ना होकर के वृक्ष के ऊपर उगती है 

 इस सर्प संजीवनी बूटी को घर के देवस्थान में रखकर पूजन करने से कालसर्प दोष का भय नष्ट हो जाता है

और 

यदि इस मुख्य द्वार पर स्थापित किया जाए तो आपका घर सभी दिशाओं से सांपों के आक्रमण से बचा रहता है 

आपके घर में सर्प प्रवेश नहीं करेंगे

       

हमारी संस्था द्वारा इस सर्प संजीवनी बूटी को पूर्ण विधि-विधान से गुप्त मंत्रों द्वारा अभिमंत्रित करके आप लोगों के लिए तैयार किया जा रहा है 

जो कि सावन माह में तैयार हो जाएगी और इसका वितरण शुरू हो जाएगा इसे आप अपने घर में स्थापित कर सभी विपत्तियों से सुरक्षित रहेंगे इसकी एक धन राशि निर्धारित है 

इसके साथ ही आपको अपने निवास स्थान को अन्य नकारात्मक शक्तियां से बचाने के लिए अभिमंत्रित पीली सरसों व अभिमंत्रित किलें भी दी जाएगी

दक्षिणा शुल्क जमा करके हमारे संस्था के नंबर पर रसीद भेजें


भैरव वीरेन्द्र रूद्रनाथ अघोरी

वैदिक तंत्र साधना संस्थान

8923400693

चंद्रा अप्सरा साधना / Chandra Apsra Sadhana

 


चंद्रा अप्सरा परिचय 


यह 4 सहायक अप्सराओं के समूह में रहती हैं

यह बहुत सुंदर दिखने वाली है 

इसके बाल सदैव खुले रहते है

ये पत्नी, प्रेमिका ,और बहन के रूप में सिद्ध होती हैं

सिद्ध होने के बाद ये साधक को राजयोग जीवन देती हैं

इसके साधक को कभी भी धन का अभाव नही होता 

तेजवान ,गुणी, बुद्धिमान बनाती हैं

सम्मोहन व वशिकरण में माहिर होती हैं

ये दूसरों के मन की बात जानने में निपुण होती हैं

ये अपने साधक को कभी भी दुखी नही देख सकती

इसके साधक में से मनमोहन सुगंध आती हैं 

धन की रुकावट दूर करती हैं

शत्रुओं को भी मित्र बना देती हैं



विधान

 

दिन पूर्णिमा या चंद्र ग्रहण 

इसका पूजन सफेद वस्त्र पहनकर करते है

उत्तर मुख , सफेद आसन, सफेद मिठाई केसर युक्त, मीठा शर्बत, मीठा दूध भोग में दें 

सामने सफेद आसान पर चावल की ढेरी बनाकर उसपर भोजपत्र पर मंत्र को केसर से लिखकर रखें 

सुगंधित अगरबत्ती , घी का दीपक, सफेद फूल, और माला से पूजन करें

गुरु, गणेश, ईस्ट, स्थान देव, इन्द्रदेव ओर अप्सरा का पूजन

फिर मोति या स्फेटिक माला से **** माला का जाप करें 

जाप के बाद वही सो जाएं 3 दिन लगातार करनी है 

तीसरे दिन जब अप्सरा प्रत्यक्ष आये तो उसका स्वागत गुलाब के फूलों से करें 

वचन ले लें 

मंत्र 

ऐं *********। *********। ********। ******* नमः

( पूर्ण मंत्र जानने के लिए दिए गए नम्बर पर संपर्क करें )


भैरव वीरेन्द्र रूद्रनाथ अघोरी

वैदिक तंत्र साधना संस्थान

8923400693